बच्चों आज हम आपको फूलों के नाम और फूलों की प्रजातियां और इसके अलावा फूलों के बारे में विस्तार से जानेंगे। आप फूलों के बारे में जानकारी हासिल करना चाहते है तभी इस इस लेख पर आए है। फुल देखने में बहुत खूबसूरत होते है। भारत में लगभग फूलों की 50,000 से अधीक जाती है। फूलो का उपयोग भारत के लोग आम तौर पर पूजा करने के लिए और डेकोरेशन के लिए किया जाता है। आज हम इस आर्टिकल की सहायता से आपको फूलों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। तो चलिए जानते है फूलो के बारे में।
List of all Flowers Name In Hindi
Flowers Name in Hindi | Flowers Image | Flowers Name in English |
गुलाब | ![]() | Rose |
पीला कनेर | ![]() | Yellow Oleander |
चंद्रमल्लिका | ![]() | Chandramallika |
सदाबहार | ![]() | Periwinkle |
नीलकमल | ![]() | Blue Water Lily |
गुले अशर्फ़ी | ![]() | Pot Marigold |
कुंद पुष्प | ![]() | Star Jasmine |
रात की रानी | ![]() | Night Blooming Jasmine |
मोगरा | ![]() | Jasminum Sambac |
चांदनी फूल | ![]() | Crape Jasmine |
घृत कुमारी | ![]() | Aloe Vera Flower |
बबुने का फुल | ![]() | Chamomile |
गुलमोहर | ![]() | Delonix Regia |
द्रौपदी माला | ![]() | Foxtail Orchid |
असोनिया | ![]() | Bluestar Flower |
बसन्ती गुलाब | ![]() | Primrose |
पारस पीपल | ![]() | Indian Tulip |
नीम चमेली | ![]() | Millingtonia Hortensis |
ऑर्किड | ![]() | Orchid |
नील फूल | ![]() | Indigo Flower |
बकाइन | ![]() | Lilac |
जरुल | ![]() | Queen Crape Myrtle |
ब्रह्मकमल | ![]() | Brahma Kamal |
बिचता | ![]() | Burr Mallow |
मुखजली | ![]() | Burmann’s Sundew |
रुग्मिनी | ![]() | Ixora Coccinea |
रजनीगन्धा | ![]() | Mexican Tuberose |
राईमुनिया | ![]() | Common Lantana |
रोहेड़ा | ![]() | Rohira |
सोन चम्पा | ![]() | Golden Frangipani |
नारंगी बाघ लिली | ![]() | Orange Tiger Lily |
रक्त लिली | ![]() | Blood Lily |
लिलि | ![]() | Asiatic Lily |
रनंगक्यलस फूल | ![]() | Ranunculus Flower |
हाइपेरिकम फूल | ![]() | Hypericum flower |
कालंबिन फूल | ![]() | Columbine Flower |
मिराबिलिस जालपा | ![]() | Mirabilis Jalapa |
रत्नज्योति फूल | ![]() | Anemone Flower |
प्लमेरिया | ![]() | Plumeria |
नीला फूल | ![]() | bluebell flower |
कमल | ![]() | Lotus |
चमेली | ![]() | Jasmine |
सूरजमुखी | ![]() | Sunflower |
गुलबहार | ![]() | Daisy |
कन्द पुष्प | ![]() | Tulip |
चम्पा | ![]() | Magnolia |
लैवेंडर | ![]() | Lavender |
गुलैन्ची | ![]() | White Frangipani |
गुड़हल का फूल | ![]() | Hibiscus |
गुलेतूरा फूल | ![]() | Peacock Flower |
गुलबहार का फूल | ![]() | Daisy |
काली हल्दी | ![]() | Black Turmeric |
सत्यानाशी | ![]() | Mexican Prickly Poppy |
सन्नी | ![]() | Showy Rattlepod |
सर्वज्जय | ![]() | Canna Lily |
सावनी | ![]() | Common Crape Myrtle |
सिरोय कुमुदिनी | ![]() | Siroi Lily |
सीता अशोक | ![]() | Ashok Flower |
खसखस | ![]() | Poppy Flower |
नागदमनी | ![]() | Grand Crinum Lily |
नागफनी | ![]() | Prickly Pear |
मधु मालती | ![]() | Creeper |
गुलखैरा | ![]() | Hollyhock |
डेहलिया | ![]() | Dahlia |
आर्किड फूल | ![]() | Lady’s slipper orchid |
प्रातः श्री | ![]() | Blue Morning Glory |
पॉटोटी ब्लू मॉर्निंग ग्लोरी | ![]() | Picotee Blue Morning Glory |
तरवड़ | ![]() | Tanner’s Cassia |
बूगनबेल | ![]() | Bougainvillea |
बचनाग | ![]() | Glory Lily |
गुल मेहँदी | ![]() | Balsam |
पटसन | ![]() | Flax |
अपराजिता | ![]() | Butterfly Pea |
अबोली | ![]() | Crossandra |
अमलतास | ![]() | Golden Shower |
गेंदे का फूल | ![]() | Yellow Marigold |
माधवी पुष्प | ![]() | Hiptage |
कामिनी | ![]() | Murraya |
नर्गिस | ![]() | Narcissus |
बनफशा का फूल | ![]() | Sweet Violet |
10 flowers Name In Hindi
1. गुलाब

गुलाब को फुल को इंग्लिश में Rose कहते है। गुलाब का फुल बहुत ही सुगंधित होता है। गुलाब की 100से अधीक प्रजातियां है। जिसमें सभी फुल बेहद ही खूबसूरत फूल होते है। गुलाब के फूल लाल, पीले, काले, सफेद, गुलाबी जैसे तरह तरह के गुलाब होते है। गुलाब के फूल देखने में बहुत ही आकर्षक होते है। गुलाब के फूलों की खुशबू बहुत ही मोहित करने वाली होती है। गुलाब के फूलों का उपयोग पूजा करने में फुल्हार में और डेकोरेशन करने में गुलाब का सबसे ज्यादा उपयोग होता है।
गुलाब के फूल का उपयोग स्वथ्य को अच्छा रखने के लिए भी किया जाता है। गुलाब के फूल को घर में रखने से मन को शांति मिलती है। गुलाब के 5 फूल को तकिए के नीचे रखने से स्वास्थ्य में सुधार होगा। कोइ लोग अपने आसपास सकारात्मक वातावरण रखने के लिए भी गुलाब लगाते है।
2. कमल

कमल के फूल प्राचीन काल से ही धार्मिक रुप से भी जानें जाते है। कमल घर के अंगने में नही बनाया जाता है। कमल का फूल दलदल वाले तालाब में ही ही खिलाता है। कमल के फूल भी देखने बेहद खूबसूरत होते है। कमल के फूल की 2 प्रजातियां है नेलुम्बो न्यूसीफेरा और नेलुम्बो लुटिया आपको जो कमल देखने को मिलते है। वो इन्ही दो प्रजातियों में से एक होते है। कमल के पुष्प में 8 जितनी पंखुड़ियां होती है। कमल के फूल को शांति और संस्कृति का प्रतीक माना जाता है।
कमल के फूल का उपयोग औषधि के लिए भी किया जाता है। जिसमें कमल को पंखुड़ियों का, कमल के पन्नो का, कमल के मूल का इन सभी का उपयोग औषधि के रुप में किया जाता है।
3. चमेली

चमेली का फुल देखने में सफेद रंग के होते है। चमेली की पुरे विश्व में 200 से भी अधिक जातिया पाई जाती है। चमेली के फुल हिमालय के पहाड़ो में सबसे पहले पाए जाते थे। चमेली की खेती भारत और कोई पश्चिमी देशों में भी की जाती है। चमेली के फुल की खुशाबुत बहुत ही मनमोहक होती है। चमेली के फुल की सबसे अधीक खुशबू रात के समय होती है। चमेली की कोइ प्रजातियां होती है। उसमें से तेल भी बनाया जाता है।
चमेली के फूलों का सबसे ज्यादा उपयोग पूजा करने के लिए, महिलाओं का गजरा बनाने के लिए और औषधि बनाने के लिए भी चमेली का उपयोग होता है। चमेली के फुल की चाय पीने से मस्तिष्क में शांति मिलती है और अच्छी नींद आती है।
4. सूरजमुखी

सूरजमुखी का फुल देखने में बहुत ही आकर्षित होता है। सूरजमुखी के फुल सुगंधरहित है। सूरजमुखी फुल की खासियत यह है की उसका पूरा फुल सूरज की और ही रहता है। इसी वजह से इसे सूरजमुखी कहा जाता है। सूरजमुखी की खेती होती है। सूरजमुखी के फूल की भारत, अमेरिका, रशिया, चीन जैसे देशों में खेती की जाती है। सूरजमुखी के फूलों में जो बी होते है उनसे तेल बनाया जाता है। सूरजमुखी का तेल बहुत ही उपयोगी होता है। सूरजमुखी के पुष्प का उपयोग औषधी के रुप में भी किया जाता है। सूरजमुखी के फुल में बी1, बी3, बी6, मैग्निशियम, फॉस्फोरस, प्रोटीन जैसे प्रोटीन पाए जाते है।
5. चंपा

चंपा का फुल का रंग सफेद और पीला होता है। चंपा का फुल के दो प्रकार होते है। एक सादा चंपा और एक कटिहलिया चंपा। इन दोनों चंपा की सुगंध बहुत ही अच्छी आती है। चंपा के फुल का उपयोग बहुत सी जगह होता है लेकिन खास करके इसके फुल का उपयोग गुलदस्ता बनाने में किया जाता है। चंपा का फुल का उपयोग जड़ी बूटी के लिए भी किया जाता है। चंपा के फुल से सिरदर्द, कान दर्द, आंख की बीमारियों में सबसे अधिक फायदा होता है।
6. मोगरा

मोगरा का फुल सफेद रंग का होता है। देखने में मोगरा का फुल छोटा होता है। लेकिन इसके बहुत सारे फायदे होते है। मोगरा का फुल दक्षिण और पूर्व एशिया में सबसे ज्यादा पाया जाता है। मोगरा का फुल चमेली की ही एक जाति है। भारत में मोगरा का फुल लोग अपने बाग या घर के कुंडा में भी लगाते है। मोगरा के फुल की सुंगध इतनी मनमोहक होती है की मोगरा का फुल के आसपास सकारात्मक शक्ति रहती है। मोगरा का फुल का उपयोग महिलाए बालो के गजरे में भी करती है। मोगरा का फुल एक तरह का कुदरती डिओड्रेंट है। मोगरा का दूसरा नाम मालती और मल्लिका है।
कोई लोग मोगरा का फुल का उपयोग अपनी त्वचा और बालों को अच्छा रखने के लिए भी करते है।
7. सदाबहार

सदाबहार का फुल भारत में घर घर देखने को मिलेगा। इसे आप कही भी आसानी से उगा सकते है। सदाबहार का फुल महीने के बारे मास आते है। सदाबहार के फुल भारत, श्रीलंका और पश्चिमी देशों में सबसे ज्यादा पाए जाते है। सदाबहार के छोटे छोटे फुल आते है लेकिन देखने में बहुत ही अच्छे दिखते है। सदाबहार के फुल मुख्यों तीन रंग में पाए जाते है जिसमें सफेद, गुलाबी, बैंगनी जैसे है। सदाबहार के पौधे से डायाबीटीस जैसे रोगों में भी प्रभावी साबित हुआ है।
8. लिली

लिली का फुल बहुत ही सुंगधी होता है। लिली के पुष्प की 100 से अधीक प्रजातियां है। जिसमें सफेद, लाल, पिली रंग की लिली अधीक मात्रा में देखने को मिलती है। लिली के फुल देखने में बहुत ही आकर्षक होते है। लिली का उपयोग सभी देश के नागरिक करते है। लिली का मुख्य उपयोग सजावट के लिए ही किया जाता है। भारत में शादी जैसे मौकों पर महिलाए लिली का उपयोग गजरे में करती है।
9. नरगिस

नरगिस के फुल पीले रंग के होते है। नरगिस के फुल वसंत ऋतु में खिलते है। नरगिस का फुल बहुत ही अधीक मधुर सुगंध वाला पुष्प होता है। नरगिस के फूलों में 6 पंखुड़ियां होती है। नरगिस का फुल भारत में बाग बगीचे में भी पाया जाता है। नरगिस का फुल 6 से 7 इंच का होता है।
10. गेंदा

गेंदा के फुल की दो प्रजातियां पाई जाती है जिसमें अफ्रीकन गेंदा और हजारिया गेंदा होता है। गेंदे का फुल देखने में पीले रंग का होता है। गेंदे के फुल का उपयोग सबसे ज्यादा शादी के समय और पूजा करते समय होता है। गेंदे के पौधो की ऊंचाई 30 सेंटीमीटर से 3 मीटर तक होती है। गेंदा के फुल अधीक बारिश के मौसम और शरदी के मौसम में सबसे ज्यादा देखने को मिलते है।
Conclusion:
बच्चों हमने आपको यहां उपर फूलो के बारे में जानकारी दी। हम आशा करते है की हमने आपकों जो भी जानकारी उपर बताई है वो आपको समझ में आ गई होगी। अगर आपकों उपर बताए फूलो से संबंधित कोई भी सवाल है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में पुछ सकते हो।